रतलाम। रतलाम में लगातार चाकूबाजी की घटनाएं सामने आ रही हैं। रविवार रात तीन युवकों ने मिलकर एक युवक पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। चाकू लगने से युवक गंभीर घायल हो गया। जिसे परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया ने बताया कि पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घायल के पिता का आरोप है हमला करने वाले क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थ बेचते है। बेटे ने बेचने से मना किया तो जानलेवा हमला किया। वहीं पुलिस घटना का कारण आपसी विवाद बता रही है।
घटना स्टेशन रोड थाना क्षेत्र के न्यु काजी पुरा लालजी के बाग क्षेत्र की है। जहां रविवार रात दानीपुरा जयभारत नगर निवासी शाहबाज उर्फ शाहरुख (28) पिता शकील खान जमातखाना से शादी समारोह से लौट रहा था। परिवार के सदस्य आगे निकलकर घर पहुंच गए थे। जबकि युवक पीछे आ रहा था। इसी दौरान अलफेज नामक युवक के साथ उसके दो भाईयों ने शाहबाज पर चाकू से हमला कर दिया। चाकू जांघ पर लगा। इससे अधिक खून बहा। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घायल को परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे। पुलिस की एक टीम घटना वाले क्षेत्र में पहुंची तो थाना प्रभारी स्वराज डाबी व अन्य अस्पताल पहुंचे। घायल युवक से घटना के बारे में जानकारी ली।
सख्त से सख्त कार्रवाई हो
घायल के पिता शरीफ खान ने बताया बेटा शाहरुख परिवार में शादी में जमातखाने से खाना खाकर लौट रहा था। चाकू मारने वाले लड़के क्षेत्र में एमडी बेचते है। बेटे ने पूर्व में इन्हें मना किया था। इसी बात को लेकर अलफेज, फरीद व शाहरुख ने हमला किया। तीनों भाई है। इनमें से एक 8 दिन पूर्व जेल से बाहर आया है। उन्होंने मांग कि है कि एमडी बेचने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करे।
जानलेवा हमले का केस दर्ज
स्टेशन रोड थाना पुलिस ने घटना के आधे घंटे में ही चाकू मारने वाले अलफेज खान पिता नासिर खान, इसके भाई फरीद व शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया। चाकू अलफेज ने मारा। जबकि दोनों भाईयों ने शाहबाज को पकड़ा। स्टेशन रोड थाना पुलिस ने तीनों के खिलाफ जानलेवा हमले का केस दर्ज किया। आरोपी फरीद एनडीपीएस के केस में जेल से कुछ दिन पहले ही बाहर आया है। सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया ने बताया दो पक्षों में साधारण बात चल रही थी। इसी दौरान विवाद होने पर एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर हमला कर दिया। तीन आरोपियों को राउंडअप किया है। इनका अपराधिक रिकॉर्ड देखा तो एक आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में केस पाया है। आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
