रतलाम। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर अभ्यास करियर इंस्टीट्यूट, शास्त्री नगर में एक भावपूर्ण और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस विशेष दिन को मनाने के लिए विद्यार्थियों ने अपने गुरुओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए रंगारंग प्रस्तुतियां दीं।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई। इसके बाद विद्यार्थियों ने संस्थान के निदेशक राकेश कुमावत और शिक्षकों—अनिमेष कुमावत, नंदकिशोर लववंशी, आदर्श द्विवेदी, अजय मौर्य, नंदकिशोर जांगिड़, नीरज गुप्ता, ऋतिक सैनी, दीपक शर्मा और अन्य को माल्यार्पण कर एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने गुरु महिमा पर आधारित कविताएँ, भाषण और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिनमें गुरु के मार्गदर्शन की महत्ता को सुंदर शब्दों में व्यक्त किया गया।
संस्थान के निदेशक राकेश कुमावत ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, गुरु जीवन में केवल शिक्षा ही नहीं देते, बल्कि नैतिक मूल्यों के साथ हमें सही दिशा भी दिखाते हैं। गुरु पूर्णिमा का पर्व इस योगदान को याद कर कृतज्ञता प्रकट करने का विशेष अवसर है।
शिक्षकों ने गुरु पूर्णिमा के महत्व पर अपने विचार साझा किए
अनिमेष कुमावत ने कहा, गुरु का मार्गदर्शन हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। गुरु ही हमें हमारे जीवन के उद्देश्य को समझाते हैं और सही दिशा में चलने की प्रेरणा देते हैं। गुरु पूर्णिमा हमें इस कृतज्ञता को व्यक्त करने का अद्भुत अवसर देती है।
नंदकिशोर लववंशी ने कहा, गुरु केवल पाठशाला में ही नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलू में हमें शिक्षा देते हैं। गुरु के बिना जीवन में कठिनाइयाँ आ सकती हैं, लेकिन उनका आशीर्वाद और मार्गदर्शन हमारे जीवन को रोशन कर देता है।
नंदकिशोर जांगिड़ ने कहा, गुरु जीवन का वह दीपक हैं जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं। गुरु पूर्णिमा का पर्व हमें यह याद दिलाता है कि हम अपने गुरु के आभारी रहें जिन्होंने हमें जीवन की सही राह दिखाई।
अजय मौर्य ने गुरु पूर्णिमा पर अपने विचार रखते हुए कहा, हमारे गुरुओं ने न केवल हमें ज्ञान दिया, बल्कि हमें अच्छे इंसान बनने की भी शिक्षा दी। यह पर्व हम सब को इस आशीर्वाद के लिए आभार व्यक्त करने का एक अवसर प्रदान करता है।
कार्यक्रम के अंत में सामूहिक गुरु वंदना और प्रसाद वितरण हुआ। इस अवसर पर संस्थान के समस्त शिक्षक, विद्यार्थी और स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे और कार्यक्रम को सफल बनाया।
