रतलाम। जिले के आलोट तहसील अंतर्गत ग्राम आलाखेड़ा में दो दिन पूर्व खेत पर काम करने के दौरान पत्नी से बोलकर कुएं की तरफ गए किसान का शव गुरुवार को बाहर निकाला गया। दो दिन चले रेस्क्यू में एसडीआरएफ ने पानी से भरे लबालब 50 फीट गहरे कुएं में पहले वाटरप्रूफ कैमरे डाले थे। एसडीआरएफ को कैमरे से कुछ नजर नहीं आने पर कुएं को मोटर पंपों से खाली कराया गया। दो दिन तक लगातार 5 मोटर पंप चले। इसके बाद गुरुवार को शव कुएं में नजर आने पर टीम के सदस्यों ने किसान का शव बाहर निकाला। कुएं से शव बाहर निकालने के बाद किसान की मौत को लेकर तरह-तरह की चर्चा क्षेत्र में बनी हुई है।
आलोट पुलिस के अनुसार मंगलवार शाम करीब 5 बजे ग्राम आलाखेड़ा गांव में किसान पुरसिंह (55) अपने खेत में मक्का की फसल में उगे चारे को हटा रहा था। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि किसान पुरसिंह कुएं के पास पानी पीने का बोलकर गया था। तभी उसका संतुलन बिगड़ गया और वह कुएं में गिर गया। बारिश से 50 फीट गहरा कुआं लबालब भरा था। सूचना के बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ टीम ने पहले कुएं के अंदर वाटरप्रफू कैमरे डाले थे। किसान कहीं नहीं दिखा। टीम लगातार दो दिन तक रेस्क्यू में जुटी रही। 5 मोटर पंप लगाकर कुएं से पानी बाहर निकला गया। तब गुरुवार को किसान का शव 50 फीट गहरे कुएं में औंधे मुंह पड़ा दिखाई दिया। मृतक की मां फतु बाई ने बताया कि घर के खेत में ही उनका बेटा पुरसिंह पत्नी श्यामूबाई के साथ मक्का की फसल में उगे चारे को काट रहे थे। इस दौरान उसकी पत्नी श्यामू बाई भी साथ थी। वहीं से वो पास के कुएं पर गया था। जहां उसकी डूबने से मौत हो गई। घर में इकलौता पुत्र था। उसके कोई बच्चे भी नहीं थे। कुएं में सर्चिंग के दौरान मौके पर तहसीलदार सोनम भगत, बरखेड़ा थाना प्रभारी मोहन सिंह मौर्य, सरपंच पर्वत सिंह गुर्जर, सरपंच शिव सिंह गुर्जर मौके पर मौजूद थे।
